पांवटा साहिब — शहर भर में चर्चित राजस्व विभाग में बनाए जाने वाले फर्जी हिमाचली प्रमाण पत्र की कर्मठ तहसीलदार ऋिषभ शर्मा ने परते खोलनी शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया शिकायत मिलने पर ही फौरी तौर पर एक्शन में आए और जांच शुरू कर दी। जैसे ही शिकायत मिली कि दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए। इस मामले में आरोपी की दो बार तलब किया जा चुका है।बताया जा रहा है कि यह मामला वर्ष 2020 का है।
मामले का खुलासा स्कूली प्रमाण पत्र से हुआ है जिसमें प्रार्थी ने हिमाचली प्रमाण पत्र बनवाने के लिये किसी अन्य व्यक्ति का स्कूली प्रमाण पत्र पर टैम्परिंग करके अपना नाम लिख दिया और फोटो कापी करवाते समय अपने नाम की स्लिप लगा कर फोटो स्टेट करवाली । शातिर दिमाग ने जल्दी जल्दी में स्व0 वरिष्ठ अधिवक्ता नौटरी से अटेस्ट भी करवा लिया और राजस्व विभाग की आखो में धूल झोकते हुए प्रमाण पत्र हासिल कर लिया।
मामले के खुलासे की शुरूआत तब हुई जब मोहसिन खान नामक युवा ने इसकी शिकायत तहसीलदार पांवटा को लिखित तौर पर की। शिकायत मिलते ही तहसीलदार पांवटा एक्शन मोड पर आए और दस्तावेज खंगालते हुए उनकी नजर स्कूली प्रमाण पत्र पर पडी जिसके आधार पर हिमाचली प्रमाण पत्र जारी हुआ। उसके बाद स्कूल से रिकार्ड तलब किया गया और रिपोर्ट मांगी गयी तो पता चला कि वह प्रमाण पत्र तो किसी और के नाम पर स्कूल में दर्ज है। और मामले का पटाक्षेप हो गया।
तहसीलदार पांवटा ऋिषभ शर्मा का कहना है कि इस मामले में आगामी 13 जनवरी को सुनवाई होनी है फर्जीवाडा पकड लिया गया है जिसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर आला अफसरो को भेज दी जाऐगी और प्राथमिकी भी दर्ज की जाऐगी।