पांवटा साहिब — शिवपुर हरिपुर टोहाना आदि आदि गांव के लोगो ने हिमाचल के मंत्री का रास्ता रोक लिया और जमकर भडास निकाली इतना ही नही लोगो ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियो की जमकर पोल खोली और गुस्से में तमतमाए लोगो ने अधिकारियो के सामने ही मंत्री को अधिकारियो के बारे में खरी खरी सुना डाली।
मामला अवैध रूप से प्रशासन की मिलीभगत और नाक के नीचे चल रहे डम्परेा को लेकर था जिससे शहर में कई दुर्घटनाऐ हो चुकी है। पानी का स्तर भी नीचे चला गया है। पचास से साठ फुट तक के नदियो में खड्डै कर दिए गये है पर्यावरण अधिकारी सुनता नही, प्रशासन मुंह पर पट्टी बांधे रहता है थोडा बहुत पुलिस काम करती है चालान आदि काट देती है उसके बाद स्थिति जस की तस हो जाती है।
हैरानी की बात तो यह भी बीते लम्बे समय से सामने आ रही है कि अब स्थानीय लोगो ने अपने पडासी राज्यो में रिश्तेदारो को यह तक बोल दिया है कि अगर पांवटा साहिब आना है तो सांय आठ बजे से पहले ही आ जाए वरना पता नही बिना नम्बर प्लेट और नम्बर प्लेट पर मिट्टी और कीचड लगा हुआ वाहन कब और किसके कुचलकर चला जाए स्थिति यह है कि ट्यूरिज्म पर भारी फर्क पड रहा है और ना तो सरकार सुन रही है और ना ही प्रशासन सुन पा रहा है। प्रशासन पूरे तरीके से धृतराष्ट् की भूमिका निभा रहा है। और जनता त्राहि त्राहि कर चुकी है।
मंत्री ने सुना और जनता की बात को सही माना :— मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने बडे सलीके से क्रोधित जनता की बात को सुना और एक सप्ताह का समय देते हुए कहा कि जिलाधीश व स्थानीय नुमाइन्दो को साथ लेकर बैठक की जाऐगी और ठोस नीति बनाते हुए इस समस्या से लोगो को निजात दिलाई जाऐगी।