पांवटा साहिब — कहते है कि जब इंसान में काम करने की निष्ठा और ईमानदारी रग रग में भरी हो और कर्तव्यनिष्ठा की झलक दिखती रहे तो परिणाम भी यथेापरि ही आते है। मामला पुरूवाला थाने से जुडा हुआ है। जिसमें एक पत्नी ने प्रेमी से मिलकर अपने ही पति को मौत की नीदं सुला दिया और सडक हादसा दिखाने का प्रयास किया। किन्तु खासबात तो यह है कि उस दौरान वहां तैनात थे इंसपेक्टर विजय रघंवंशी। जैसे ही सडक हादसे की सूचना मिली पुलिस टीम मौका—ए—वारदात पर पहुंची समस्त साक्ष्य जुटाए और जांच पडताल शुरू कर दी।
इतने में थाना प्रभारी विजय रघुवंशी को सूचना मिली और वे खुद मौका मुआयना करने जा पहूंचे। उनको शंका हुई। किन्तु रगो में कर्तव्यनिष्ठा का खून दौड रहा था। वे अपनी तीक्ष्ण बुद्धि से मामले को पलभर में ही पकड गए और जिसकी हत्या हुई थी उसके बेटे से प्यार प्यार में पडताल शुरू कर दी। और मामले की तह तक पहूंच गए। इस दौरान बच्चे को चाय भी पिलाई थाने में बिठा कर खाना भी खिलाया और भरपूर भरोसा भी दिलाया और इसी भरोसे का फायदा उठाकर बेटे ने सच्चाई उगल दी। बच्चे के प्यार पर फोंकस करते हुए फिर जांच पडताल शुरू की। यह पूरी की पूरी जांच मात्र और मात्र तीस मिनट तक हुई। उसके बाद विजय रघुवंशी के दिशा निर्देशो पर टीम उस युवक को उठा लाई जिस पर शक पैदा हुआ। और पुलिस की प्रारम्भिक जांच पडताल में उसने राज उगल दिया। और मामला दर्ज कर कानूनी प्रक्रिया को अंजाम देना शुरू कर दिया।
विवरण कुछ इस प्रकार सामने आया है कि 6 व 7 नवम्बर 2020 की मध्य रात्रि महिला नीता पत्नी रामदास जो कि गोरखूवाला के निवासी बताए गये है ने अपने प्रेमी से मिलकर रामदास का गला घौट कर हत्या कर दी अैार प्रेमी के साथ मिलकर सडक किनारे मय मोटरसाइकिल उसके शव को फैक दिया ताकि हट एण्ड रन का मामला प्रथम दृष्टया पुलिस को लगे। किन्तु दोनो दोषियो को यह भी भान नही था कि पुरूवाला थाने में एक ऐसा अधिकारी मौजूद है जो बाल की खाल भी निकालने में कुशलता रखता है।
मामला अदालत तक पहूंचा जांच पूरी की गयी 60 मिनट के अन्दर अन्दर दोषी पत्नी और उसके प्रेमी को हिरासत में लिया पूछताछ शुरू की गयी सारे राज बच्चे ने उगले दो टीमे तैयार की गयी एक टीम साइबर का काम देख रही थी तो दूसरी टीम ने फील्डिग लगा रखी थी थाना प्रभारी विजय रघुवंशी के आदेश अधीनस्थ कर्मचारियो को जैसे ही मिले दोनो को राउण्डअप किया गया और मामला दर्ज कर अदालत को भेज दिया गया। इस पूरे मामले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक खुशहाल चन्द शर्मा ने भी मौका मुआयना कि उन्होने उस समय नया नया कार्यभार ही सम्हाला था। उन्होने भी दिशा निर्देश दिए। गिरफ्तारियां हुई मामला चलता रहा।
और बीते रोज वीरवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौरव महाजन की अदालत ने दोषी नीता और उसका प्रेमी अश्वनी को कठोर कारावास की सजा सुनाते हुए व एक एक लाख रूपये का जुर्माने के भी आदेश पारित किए है। और जुर्माना अदा ना करने की स्थिति में एक एक वर्ष का अतिरिक्त कठोर कारावास भी भुगतना होगा।
इस समूचे प्रकरण में यह भी ज्ञात हो रहा है कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक खुशहालचन्द शर्मा, थाना प्रभारी विजय रघुवंशी और उनकी टीम ने अपने कार्य के प्रति निष्ठा से काम किया और समूचे घटनाक्रम का मात्र 60 मिनट में पटाक्षेप करके अदालत के समक्ष पेश कर दिया।