पांवटा साहिब —— पांवटा पुलिस के उस समय होश फाख्ता हो गए जब थोडी देर पहले दर्ज हुए मामले में झूठे अपहरण की दर्ज शिकायत पर आरोपी खुद थाने पहूंच गया। इतना ही नही मामला दर्ज होने के बाद जैसे ही जांच अधिकारी का फोन आरोपी के पास पहूंचा तो उसने साफ साफ बताया कि वह तो अपनी माताजी के साथ नाहन में अपने किसी रिश्तेदार के घर बैठा हुआ है। जांच अधिकारी ने वीडियो काल पर भी बात की और नाहन का पूरा का पूरा परिदृष्य भी दिखाया और दर्ज झूठे मामले को लेकर आरोपी अपनी माता सहित खुद ही थाने पहुच गया। और अपनी बेगुनाही के पर्याप्त सबूत देने लगा । हालांकि मामला तो पहले ही दर्ज हो गया था। किन्तु इस मामले ने कई सवाल खडे कर दिए है। मसलन पहला सवाल तो यह उठता है जो कि चिन्तनीय और मनन करने योग्य भी है कि अपहरणकर्ता खुद थाने क्यो पहूंचेगा। इसका सीधा सीधा अर्थ है कि वह अपहरण की वारदात में शामिल नही था। और ना ही शहर में था। जिसकी मोबाइल लोकेशन भी निकाली जा सकती है। बताया जा रहा है कि जांच अधिकारी एकदम निष्पक्ष, निष्कपट, निष्कंलक अधिकारी है जो दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिये मामले की तह तक जाने को तैयार है। एक अन्य सवाल यह भी है कि पुलिस को या जांच अधिकारी को सर्व प्रथम थाने मे लगे सीसीटीवी कैमरेा की फुटेंज को भी रिकार्ड पर लेकर आना होगा क्यो कि जो लोग मामला दर्ज करवाने आए थे कौन कौन थे और उन लोगो का इस अपहरण जैसी संगीन वारदात से किस प्रकार के तार जुडे हूुए है। पुलिस को जांच में यह भी रिकार्ड पर लेकर आना होगा कि शिकायत कर्ताओ पर पहले से एनडीपीएस के कितने मामले दर्ज है। और उपकी पूर्व पाश्र्व पृष्ठभूमि क्या रही है। तीसरा सवाल कि अपहरण कर्ता का क्या मोटिव रहा होगा अपहरण जैसी संगीन वारदात को अंजाम देने के लिये और अगर जाचं मे यह स्पष्ट होजाता है कि अपहरण जैसी संगीन वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी अपनी कसौटी पर खरा उतरता है यानि कि बेदाग होता है तो झूठी प्राथमिकी दर्ज करवाने का भी मामला दर्ज होगा। जो कि कानून बोलता है और कानून मे ऐसा प्रावधान भी है।
पीएनएन ब्रेकिंग :— पुलिस के होश फाख्ता, जब अपर्हता खुद पहूंच गया थाने।
