देवभूमि पांवटा साहिब में जिस प्रकार बाहरी राज्य के लोगो जिसमें ड्रग्स माफिया और कैमीकल माफिया है के आपस में गहरे सम्बन्ध और तार जुडे होने के संकेत मिल रहे है जिस कारण देवभूमि कलंकित हो रही है।
बीते रोज पंजाब के एनसीबी द्वारा की गयी कडी कार्यवाही के बाद स्थानीय सरकार और प्रशासन को जोरदार झटका लगा है। सरकार और प्रशासनिक दावो की हवा निकल गयी है कि उनकी ही नाक के नीचे प्रतिबन्धित दवाओ का उत्पादन किया जा रहा था। अब सवाल यह उठता है कि दवा नियंत्रक अधिकारी कौन सी दुनियां में सो रहे थे।
सरकार ने बडे स्तर पर अलग से विभाग बनाया हुआ है जो कि प्रतिमाह दवा निर्माता कम्पनियो में औचक निरीक्षण करता है किन्तु इस काण्ड के बाद संकेत ऐसे मिल रहे है कि दवा नियंत्रक अधिकारियो की मिली भगत से इन नशीली दवाओ के उत्पादन में संलिप्तता के साथ साथ मिली भगत सामने आ रही है
इधर इन दवा कम्पनियो को सप्लाई करने वाले पांवटा साहिब में पांव पसार चुके कैमीकल माफियाओ पर भी सरकार और प्रशासन को नजर रखनी होगी। लोगो की जिन्दगियो से खिलवाड करने वाले कैमीकल माफियाओ ने पांवटा साहिब में चार से पांच कोठियां भी खरीद की है जो कि छदम नामो से खरीद की गयी है और आयकर विभाग को आय से सम्बन्धित फर्जी सूचनाए दी गयी है जो कि गैर कानूनी है और प्रतिबन्धित कैमीकल भी सप्लाई किए गये ऐसा एक गैग पांवटा साहिब में काम कर रहा है।
देखना होगा कि सरकार और स्थानीय प्रशासन कब चेतता है। यह भी याद करवाते चले कि देवी नगर में भी बाहरी राज्य की पुलिस ने छापेमारी कर रिहायशी इलाके में पनप रही दवा निर्माता कम्पनी में छापेमारी कर एक मुनीश नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करके ले गये थे। और प्रशासन की नाक तले नशीली दवाओ का उत्पादन किया जा रहा था। इसके अलावा भी पुरूवाला में माजरा पुलिस ने एक स्टोर पर छापेमारी कर नशीली दवाओ का जखीरा पकडा था।