पांवटा साहिब — शहर में बढती आबादी, बढते वाहन, अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था, पैदल राहगीरो का चलना मुश्किल और उसके साथ साथ व्यापारियो का सरकारी जमीन पर अवैध कव्जा। जिसके चलते प्रशासन द्वारा बीते वर्ष मुहिम चलाई गयी थी। जिसके लिये पर्चे भी छपवाकर व्यापारियो तक पहुचाए गये थे। अनाउन्समेन्ट भी करवाया गया था।
एक बार तो प्रशासन ने चाबुक भी चलाया किन्तु वह गरीब रेहडी फडी वालो पर ही चला । जिसके ठीक सामने वाई प्वांइंट से लेकर बाल्मीकी चौक तक शहर के धन्नासेठो ने सरकारी जमीन पर कव्जा किया हुआ है जिससे यातायात तो बाधित हो ही रहा है साथ ही पैदल राहगीर जान जोखिम में डालकर चलते हैं। इसके साथ साथ ही ईरिक्शा वाहन चालक सडके दोनो ओर सवारियो का इन्तजार करते यातायात को बाधित कर रहे है। ठीक ऐसा ही माजरा बागरन चौक पर है।
बीते वर्ष प्रशासनिक अधिकारियो ने मुहिम चलाई किन्तु वह ठुस्स होकर रह गई बडे धन्नासेठो को बख्श दिया गया है जिसमें मात्र तीस रूपये की पर्ची कटवाकर लाखो का व्यवसाय किया जा रहा है।
इतना ही नही कुछेक ने तो सरकारी जमीन पर कव्जा करके पक्के फर्श तो डाल ही दिए उसके अलावा उसी फर्स के उपर शेड भी डाल दिए गये है।
सूत्र बता रहे है कि इस मामले में लोनिवि प्रशासनिक अधिकारियो के साथ सामन्जस्य नही बिठा रहा है और मामले में टालमटोल रवैया अख्तियार किए हुए है। सूत्र तो यह भी बता रहे है कि अन्दरूनी तौर पर लोनिवि द्वारा अवैध अतिक्रमण कारियो को तीन तीन बार नोटिस भी भेजे जा चुके है किन्तुु जमीनी स्तर पर कोई कार्यवाही अमल में नही लाई गयी है।
देखना यह होगा कि प्रशासन चिरनिद्रा से कब उठता हैऔर लोगो को राहत की सांस मिले। पैदल राहगरी अपने आपको सुरक्षित समझे। यातायात विधिवत रूप से चले। यह जनहित का मुद्दा है अतिक्रमण कारियो से आमजन परेशान है। साथ ही रेहडी फडी, व ईरिक्शा चालको ने भी उत्पात मचा रखा है हर कही वाहन खडे कर यातायात को बाधित कर रहे है।
इस मुद्दे पर एसडीएम पांवटा गुन्जीत सिंह चीमा से बातचीत की गयी तो उन्होने बताया कि हर आठ दस दिन बाद फीडबैक लिया जा रहा है कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। शीघ्र ही आपरेशन क्लीन शुरू कर दिया जाऐगा। उन्होने यह भी बताया कि अभी हाल ही में तहसीलदार पांवटा ने थोडी बहुत कार्यवाही की थी। नोटिसो के साथ साथ सूचना भी दी जा चुके है अतिक्रमण कारियो को।