पीएनएन ब्रेकिंग :— खली को तहसीलदार का धोबी पछाड जवाब। शहर में बाहुबली लेकर आया खली। दूसरे की जमीन पर किया कव्जा।

पांवटा साहिब :— विश्व विख्यात ‘द ग्रेट खली’ द्वारा देवभूमि पांवटा साहिब की शान्ति को भंग करने का प्रयास किया गया। तहसीलदार व विमला देवी के पति के अनुसार खली ने बाहुबलियो को साथ लेकर कृपाणे व तलवारे लहराते हुए किसी अन्य की जमीन पर कव्जा किया और बाउण्ड्री वाल भी कर डाली।

उसके बाद मीडिया के माध्यम से खली ने प्रदेश के लाडले ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ तहसीलदार पांवटा ऋिषभ शर्मा पर झूठे आरोप लगाते हुए पत्रकार वार्ता कर डाली जो कि झूठ की बुनियाद परटिकी हुई थी।

यहां यह भी बताते चले कि तहसीलदार पांवटा ऋिषभशर्मा को प्रदेश उच्च न्यायालय श्रेष्ठ कार्यकरने पर भी लिखित तौर पर टिप्पणी की थी और शाब्बाशी भी दी थी। ऐसे व्यक्तित्व पर कीचढ उछालने का सीधा सीधा तात्पर्य अपनी तुच्छ मानसिकता को दर्शाना होता है।

यह भी सनद रहे कि विमला देवी के पति जो कि सूरजपुर में जमीन के मालिक है ने भी पत्रकार वार्ता कर सही बात जनता के समक्ष रख दी है वह बताते है कि खली को ततीमा गलत काटने की बात कह कर तहसीलदार पर आरोप जड रहे है वह ततीमा 1967 में ही कट गया था तब तक तो सम्भवतया उनका जन्म भी नही हुआ होगा।

दूसरे बात यह कि उनकी पत्नी विमला देवी 164/130 जमीन की मालकिन है और वे खुद सेना से सेवा निवृत है एनएसजी कमाण्डो भी रह चुके है और राष्टपति पुरस्कार द्वारा सम्मानित है और सेना में ताउम्र उन्होने अनुशासन में रह कर ईमानदारी से देश की सेवा की है और ऐसे व्यक्ति की जमीन पर जबरन कव्जा करना वह भी बाहरी राज्यो के बदमाशो को लाकर शोभनीय नही है यह सरासर शहर में अशान्ति का माहौल उत्पन्न करने जैसा है।

पटवारी व कानूनगो राजस्व विभाग के कर्मी अपनी खुद की सुरक्षा के लिये पुलिस का सहयोग लेकर मौका पर गए थे। इस बात पर तहसीलदार को अनावश्यक रूप से इस मामले में घसीटना सरासर गलत है वह भी तब कि पूरा का पूरा मामला नायब तहसीलदार देख रहे थे।

सेना से सेवा निवृत कर्मचारी ने यह भी बताया कि राजस्व विभाग ने उनको 25 अक्टूबर 2025को ही दखल दे दिया था। उसके बाद खली ने बाहरी राज्यो से बाहुबली लाकर तलवारे लहराते हुए जबरन जमीन पर कव्जा किया।

इतना ही नही तहसीलदार ऋिषभशर्मा के अनुसार लगभग तीन घन्टे खली से वार्तालाप भी राजस्व विभाग में हुआ और फोटो भी​ खिचवाई और जब ऋिषभ शर्मा विश्व विख्यात खली की बातो में नही आए और अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए अपनी ड्यूटी का कर्तव्यपरायणता का परिचय भी दिया और कानूनन जो भी सही था वही किया तो खली तिलमिला उठा और तहसीलदार पांवटा पर गम्भीर आरोप जडते हुए पत्रकार वार्ता कर दवाब बनाने का असफल प्रयास किया।

खली की पत्रकार वार्ता सुनने के बाद शहर के लोगो का पारा सातवे आसमान पर है। अभी इस मामले में और कई खली के खुलासे होने की सम्भावनाओ से इंकार नही किया जा सकता। लोगो में खली द्वारा व्याज पर पैसे देने की चर्चाऐ भी शहर में होने लगी है। कुल मिलाकर पत्रकार वार्ता के बाद खली की साख में बट्टा भी लगा है।

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