पांवटा साहिब :— देवभूमि कहा जाने वाला शहर अब नशीले पदार्थो का हब बन गया है। यहां प्रशासन की नाक तले नशे के उत्पाद सरेआम बनाए जा रहे है। जिस पर हिमाचल के अधिकारी कार्यवाही करने में अक्षम है और बाहरी एनसीबी की पैनी नजर पांवटा साहिब पर है।
आज पूर्व दोपहर नारकोटिक्स कन्ट्रेाल व्यूरो अमृतसर जोन ने पांवटा साहिब के एम्बिट बायो मेडिक्स नामक कम्पनी के गौदाम से पैतीस लाख से अधिक नशीली गोलियां बरामद की है। यह कार्यवाही एनसीबी अमृतसर जौन के अधिकारियो की अगुवाई में हुई।
पकडा गया उत्पादकर्ता :— कौशक नामक व्यक्ति जो इस गोरखधन्धे में शामिल था देश छोडकर भागने की फिराक में था कि दिल्ली एयरपोर्ट से धर दबोचने मेंं सफलता हासिल की है। युवक के खिलाफ पहले से ही लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था।
बताते चले कि यह गोरखधन्धा हिमाचल प्रदेश के ड्रग्स विभाग के संरक्षण में पनप रहा था। और इस गोरखधन्धे का पर्दाफाश पंजाब जोन की एनसीबी ने कर दिया। इस कार्यवाही से वर्तमान सरकार के अधीन काम करने वाले ड्रग्स विभाग के अधिकारियो की नाक भी नीची हुई है। और समाज में किरकिरी भी जमकर हो रही है। कि इतने बडे पैमाने पर इस गोरखधन्धे को अंजाम दिया जा रहा था किन्तु ड्रग्स विभाग हर माह क्या करने जाता था। और जांच पडताल में क्यो ढिलाई बरती गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोशिक नामक व्यक्ति प्रतिबन्धित दवाए गुजरात से लेकर पंजाब तक तस्करी कर रहा था। जो कि सूरजपुर में एम्बिट बायो मेडिक्स दवाओ केलिये गोदाम खोलकर इस गोरखधन्धे को अंजाम दे रहा था। और पांवटा प्रशासन, पुलिस प्रशासन, ड्रग्स विभाग, गुप्तचर विभाग सुरक्षा तंत्र आदि आदि की आखो में धूल झौक रहा था।
जानकारी तो यह भी मिल रही है कि इससे पूर्व भी एनसीबी ने दिल्ली समीप बवाना स्थित एक गोदाम से 80 लाख गोलियां बरामद की थी।
गौर रहे कि जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश सरकार नशा माफिया के खिलाफ कडी कार्यवाही और पुलिस विभाग कमरतोड कार्यवाही करने में कोई कोर कसर नही छोड रहा किन्तु सवाल है कि इतनी बडी मछलियो पर हाथ डालने में क्यो कतराया जाता रहा है यह एक सवाल खडा हो गया है।
यह भी बताते चले कि पांवटा साहिब में इस प्रकार के गोरखधन्धो में कैमीकल माफिया भी सक्रिय है जो प्रतिबन्धित कैमीकल सप्लाई कर बेनामी सम्पत्ति एकत्र कर रहे है। और छद्म नामो से बनी बनाई कोठियां खरीदकर रखी है। जिनके सीधे तौर पर तार ड्रग्स माफियाओ से जुडे हुए है। यह सूचना जिला के आला अधिकारियो तक है। और सभी मौके की तलाश में है। ऐसी सम्भावनाओ से इंकार ेनही किया जा सकता।
यह भी सामने आ रहा है कि जो तस्कर पंजाब व जम्मू काश्मीर में एनसीबी के आरोपी है ऐसे लोगो को मोटी रकम लेकर हिमाचल प्रदेश का ड्रग्स विभाग लाइसेन्स का रेवडियो की भांति बांट रहा है। जिसका सीधा उदाहरण एम्बिट बायोमेड के मालिक कौशिक को भी सिरमौर के ड्रग्स विभाग द्वारा लाइसेन्स भी जारी किया गया। जिसकी आड में आरोपी नशीली दवाओ की तस्करी का गोरखधन्धा जोरो से चला रहा था। और अब एनसीबी के हत्थे चढ गया।
ड्रग्स इंसपेक्टर अमित कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि पंजाब के एनसीबी ने रेड की थी जिसमें कौशिक नामक व्यक्ति को साथ लेकर आये थे गोदाम से नशीली दवाऐ बरामद की गयी है जो कि एनसीबी द्धारा सीज कर साथ ले गये है जो व्यक्ति पकडा गया है वह लाइसेन्स होल्डर है।
इसके अलावा सननी कौशल ने बताया कि कौशिक नामक व्यक्ति पंजाब में प्रतिबन्धित दवा तस्करी के मामले मे आरोपी थी जिसे एनसीबी साथ ले गया है। उसके गोदाम को भी सीज कर दिया गया है।
लोगो की मांग है कि कैमीकल सप्लाई करने वालो पर भी प्रशासन के लोग नजर रखे और समय समय पर जांच करे एक टीम का गठन करे ताकि इस प्रकार हिमाचल की देवभूमि को कलंकित होने से बचाया जा सके।ऐसे लोगो की राजस्व विभाग चल और अचल सम्पत्तियो पर भी नजर रखे कि कौन कहां और कितने की प्रापर्टी खरीद रहा है आखिर इतना पैसा आ कहां से रहा है सारा का सारा जांच का मामला है।