पांवटा साहिब — लोगो के घरो में सीलन, दीवाल से पपड़ी उतरना, बार बार पेन्ट करवाना और मंहगे दामो पर लाल ईट खरीदने का झंझट ही खत्म हो गया। अब लोगो को बार बार अपने घरो में मंहगे पेन्ट करवाने की आवश्यकता नही पडेगी। क्यो कि बाजार में फ्लाईऐश से बनने वाली सीमेन्टेड ईट उपलव्ध हो गयी है। हालांकि यह उत्पादन वर्ष 2019 से समीप के टोका नगला में किया जा रहा है। किन्तु अभी तक सीमित क्षेत्रो में ही ईटो की सप्लाई की जा रही थी।
इन्ही सब मामलो को लेकर उद्योग विभाग के सेवा निवृत जीएम मि0 तोमर ने एक मीटिग का आयोजन करते हुए मीडिया के सन्मुख इस ईट को लेकर कुछ खास बाते बताई। उन्होने बताया कि खास बात यह है कि यह ईट आकार में लाल ईट से बडी है दूसरी बात यह कि प्लास्टर करते समय तीस से चालीस प्रतिशत तक सीमेन्ट की बचत होती है। तीसरी सबसे खास बात यह है कि आपके घरो में सीलन, पपडी उतरना दीवार खराब लगना आदि आदि समस्याओ से छुटकारा मिल जाऐगा। इससे भी अच्छी बात यह है कि कम्पनी के निदेशक साजिद हाशमी ने बताया कि यदि एक भी ईट टूटी हुई पहूंचेगी तो पूरे ट्रेक्टर के पैसे नही लिए जाऐगे और इससे भी ज्यादा खास बात यह है कि लाल ईट से यह ईट सस्ती है शहर के पर्यावरण पर भी इस ईट के निर्माण से किसी भी प्रकार का प्रभाव नही पडता है और मजबूती में बेमिसाल ईट है।
इस ईट की बिक्री के प्रमोशन के लिये दर्जनो युवाओ को रोजगार भी दिए जाऐगे जो इसे प्रमोट करेगा और साथ ही समयबद्ध तरीके से ईटो की सप्लाई क्रेता को प्रदान की जाऐगी।
इतना ही नही मौका पर लाल ईट और सीमेन्टेड ईट में तमाम मीडिया के सामने प्रदर्शन कर दिखाया गया दोनों ईटो में पानी भरा गया लाल ईट ने तो पलक झपकते ही पानी सूख गया और सीमेन्टेड ईट में पानी ज्यो का त्यो ही रहा। इस प्रयोग से यह भी स्पष्ट हो गया कि ईट में पानी से तराई करने की आवश्यकता नही है। सीधे दीवारो पर प्लास्टर कर सकते है जिससे भवन निर्माता मकान मालिक की तीस से चालीस प्रतिशत तक पैसे की बचत होती है। साथ ही कम्पनी के निदेशक ने गारन्टी कार्ड भी जारी किया। क्रेता को ईट खरीदते ही गारन्टी कार्ड दिया जाएगा जो जो वादे किए गये है उनमें से यदि एक भी वादा खिलाफी होती है तो पूरे के पूरे ट्रेक्टर के पैसे नही लिए जाऐगा ऐसा उन्होने भरी महफिल में चेलेन्ज किया।