पांवटा साहिब — बीते लगभग तीन दशको में पहली मर्तबा पांवटा साहिब को सरकारो ने एक ऐसा पहले अधिकारी भेजे है जो सरकारी योजनाओ को और या राष्ट्र हित योजनाओ एवं जनहित के मामलो को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर खुद संज्ञान लेकर अमलीजामा पहना रहे है। जिसमें प्राकृतिक आपदा हो और या कोई अलग सामाजिक अव्यवस्था इस प्रकार के कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर करते हुए पूर्ण निष्ठा के साथ अपन्र कर्तव्यो का पालन करने में कोई कोर कसर नही छोड रहे।
अभी अभी बीते रोज मतदान दिवस मनाया गया। यह आयोजन नगर पालिका के मीटिग हाल मेे आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एसडीएम पांवटा गुन्जीत सिंह चीमा ने निर्वाचन अधिकारी * वोट जैसा कुछ नही” वोट डालेगे हम” की थीम पर 14वां राष्ट्रीय मतदान दिवस पूर्ण हर्षोल्लास के साथ मनाया। उन्होने बताया कि इस विश्व के सबसे बडे लोकतांत्रिक देश में लोक तांत्रिक प्रक्रिया के तहत लोकतंत्र के महापर्व को मतदाता अपनी भूमिका सुनिश्चित करता है। इस अवसर पर उन्होने नए मतदाताओ को पहचान पत्र भी प्रदान किए। निर्वाचन अधिकरी ने विभाग द्धारा चलाए जा रहे कई कार्यक्रमो के बारे में विस्तृत से जानकारी दी और किस प्रकार अधिक से अधिक मतदाताओ का पंजीकरण किया जाए और निर्वाचन नामावली को किस प्रकार त्रुटि मुक्त किया जा सकता हैै। उन्होने डिजिटल कार्यक्रमो के बारे मे भी लोगो को जानकारी दी। इससे पूर्व उन्होने वाईएस परमार की मूर्ति का अनावरण कर पुष्प गुच्छ अर्पित भी किए और उन्हे याद भी किया। वह भी बडा ही भावुक मंजर था।
यहां यह भी बताते चले कि समूचे प्रदेश में विख्यात यह करण अर्जुन की जोडी चीमा और रिषभ की जोडी बेहतर से बेहतरीन सेवाऐ देने मे अग्रणी है। लोगो के साथ मधुर व्यवहार, हर किसी आगन्तुक को ससम्मान उसकी बात सुनना और शीघ्रातिशीघ्र समस्या का निराकरण करने में दिलोजां से जुट जाना इन दोनो की ही खासियत है।
यह भी सनद रहे कि हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के समय 24 — 24 घन्टे लगातार काम करते हुए दिन रात एक करके यह भी साबित कर दिया था कि समाज सेवा के लिये वे कितने न्यौछावर है और इसी का परिणाम यह भी हुआ था कि प्रदेश सरकार के मुखिया सुखविन्दर सिंह सुक्शू ने वाकायदा गुनजीत सिंह चीमा की पीठ थपथपाते हुए बडे मंच पर बेहतर सेवाओ केलिये सम्मानित किया था।
वही दूसरी ओर तहसीलदार रिषभ ने भी पांवटा साहिब मे ऐसा मुकाम हासिल किया कि प्रदेश हाईकोर्ट ने उनकी पीठ थपथपाई थी और जिलाधीश सिरमौर को उनकी सर्विस बुक में स्पेशल नोट लिखने के आदेश भी जारी किए थे।
यहां यह भी जिलाधीश के संज्ञान में लाना चाहेगे कि कुछेक सरकारी मुलाजिम चुनाव ड्यूटी के दौरान बीते 6 महीनो से लगातार ड्यूटी से बंक मार.रहे है। और उनके कार्यालय मे बार बार फोन करने पर बताया जाता है कि साहब इलेक्शन ड्यूटी पर है।