पांवटा साहिब — शहर के अधिकारियो में प्रशासन में और सरकारी मुलाजिमो में संवेदनशीलता और संवेदनहीनता लगातार देखने को मिल रही है। जहां एक ओर स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन आम जन मानस की सुख सुविधाओ दुख दर्द आदि आदि को लेकर सजगता का अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहा है वही दूसरी ओर बिजली बोर्ड के अधिकारी संवेदनहीनता का परिचय देरहे है।
जैसा कि सर्व विदित है कि पांवटा में भयंकर गर्मी के चलते जून के माह में पारा लगभग 43 डिग्री तक पहूंच गया है जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियो ने ऐहतियातन कदम उठाते हुए सभी शिक्षण संस्थाओ को बन्द करने के साथ साथ आगनवाडी व प्ले स्कूलो को बन्द करने के निर्देश जारी कर दिए है जिसके कि आम जन मानस सराह रहा है और प्रशासन की तारीफ भी कर रहा है वही दूसरी ओर ठेकेदारो की अंगुलियो पर कत्थक करने वाले बिजली बोर्ड के अधिकारी इतनी भयंकर गर्मी मे भी बिजली कट की घोषणा कर रहे है हैरत कीबात तो यह भी है कि ठेकेदारो को फायदा पहूंचाने केलिये दी गयी प्रेस विज्ञप्ति मे पहली बार ऐसा लिखा गया है कि सुबह नौ बजे से जब तक काम समाप्त नही हो जाता तब तक पावर कट रहेगा। इससे पूर्व सुबह 9 बजे से सांय 6 बजे तक का ही कट लगता था किन्तु इसबार शव्दावली ही बदल डाली गयी है। जिससे अधिकारियो की संवेदनहीनता कापता चलता हैं। वेैसे भी सुबह 9 बजे से सांय 6 बजे तक की बिजली कटोती में देर सांच 8 बजे तक ही विजली की सप्लाई देते रहे है किन्तु इसबार शव्दावली में भी बदलाव कर दिया गया है। इसे संवेदनहीनता ही कहा जाऐगा।