पांवटा साहिब — कहते है कि ” होनहार विरवान के होत चीकने पात” वाली कहावत को पांवटा साहिब के एक मध्यम परिवार के युवा ने अपने 25 वर्षीय जीवन में वह उंचाईयां हासिल की है कि चण्डीगढ से लेकर महाराष्ट तक विभाषु उपाध्याय का नाम होटल इन्डस्ट्रीय मे बडी ही शान से लिया जाता है।
विभांषु उपाध्याय ने यूं तो एक मध्यम परिवार में एक साहित्यकार और पत्रकार के घर में 1999 में पांवटा साहिब में जन्म लिया किन्तु अपनी मेहनत लगन और कठिन परिश्रम केसाथ साथ बचपन से ही अपने जीवन का एक टारगेट बनाकर आरम्भिक शिक्षा दीक्षा सरस्वतीविद्या मन्दिर पांवटा साहिब से की उसके बाद 9वी10 सरस्वती विद्या मन्दिर शिमला से ग्रहण की उसके बाद 11 12 की पढाई डीएवी स्कूल पांवटा से की और उसके बाद अपने दम पर अपना भविष्य के सपनो को साकार करने के लिये चण्डीगढ यूनिवर्सिटी में बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर कैम्पस प्लेसमेट में ही पहले ही चरण में विभाषु को हायर कर लिया गया।
पहले तो चण्डीगढ में ही लगभग एक वर्ष होटल इन्डस्ट्री मे काम किया और उसके बाद एक सवाल के जवाब ने ही विभाषु की जीवन में ऐसा मोड आया कि मुम्बई की केवाईसी कम्पनी ने वासु को हायर कर लिया। इसी दौरान विभाषु की माता का अनायास ह्दय गति रूक जाने के कारण निधन हो गया और बिन मां के बेटे का बेटा अपने जीवन के लक्ष्य से विमुख नही हुआ। अपने बुजुर्ग पिता और अपनी बहिन का बेहतरीन तरीके से ध्यान भी रखा और वर्तमान समय में विभाषु जहां वह चाहता था जो उसके जीवन का लक्ष्य था उसे हासिल कर लिया।
विभाषु केवाईसी कम्पनी में बतौर मैनेजर नियुक्त हो चुका है विभांशुको अन्तरराष्टीय स्तर की शादिया करवाने का बेहतरीन कौशल है विभांषु पांच सितारा होटल से कम स्तर की शादियां नही करवाता देश के बडे 5 और7 सितारा होटल के प्रबनधको से वासु के निजी ताल्लुकात है। और किसी भी शादी में मैनेजमेन्ट स्टाफ से किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका भी नही मिलने देता।
चण्डीगढ यूनिवर्सिटी में पढाई के दौरान भी अपने शौक और पढाई के साथ साथ वासु ने60 से अधिक आयोजन सफलता पूर्वक करवाने में अपने कौशल का परिचय भी दिया जिससे खुश होकर यूनिवर्सिटी प्रबन्धन ने उसकी फीस में भी कटोती कर दी। यूनिवर्सिटी में होलीवुड के 60 से अधिक सेलिब्रिटीज के साथ काम भी किया जो सभी वासु की हास्पीटलटी देखकर खुश भी हुए जिसमें भारती सिंह, कपिल शर्मा, अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा जैसे नाम शामिल है।
वर्तमान में वासु को कई विदेशी कम्पनियां हायर करने के लिए लगातार सम्पर्क साधने का प्रयास कर रही है। किन्तु वह वर्तमान कम्पनी को ही अपना माता पिता मानता है। विभांशु के महाराष्ट् राजस्थान,और हिमाचल के कई बडे राजनेताओ सेसीधे ताल्लुकात भी है किन्तु वह उनसे कभी किसी भी प्रकार का फेवर लेने की नही सोचता उसका मुख्य उदृे्श्य अपने काम पर फोकस करना है। काम के समय वासु तीन से चार दिन तक लगातार सोता नही जब तक शादी पूर्णतया निपट ना जाए। अभी तक के एक वर्ष के कार्यकाल में वासु ने एक सौ से अधिक हवाई यात्राऐ भी कर चुका है इसके साथ साथ बैकाक, दुबई कनाडा थाईलैण्ड कनाडा आदि आदि अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई डेस्टीनेशन मैरिज भी करवा चुका है।
अभी हाल ही में विभाषु के बढते कदमो को देखते हुए चण्डीगढ यूनिवर्सिटी ने विभाषु का प्रोफाइल और चित्र भी मांगा कि उनका पढाया हुआ छात्र आज यूनिवर्सिटी का नाम रोशन कर रहाहै। और अपन बेवसाइट पर डाल यह बता दिया है कि यूनिवर्सिटी से निकला हुआ बालक आज किस मुकाम पर है ताकि आने वाले छात्रो को वासु से प्रेरणा मिले।
वासु से जब बात की गयी तो वासु ने इन सब बातो का श्रेय यूनिवर्सिटी केसभी स्टाफ और प्राध्यापको को दिया है साथ ही अपनी माता का भी आशीर्वाद बताया है कि मेरी मां आज भी मेरे साथ है और पिता का सदैव सहयोग भी रहा है। उसकी मुख्य गाइड उसकी बहिन आंचल है जो समय समय पर उसे डांट फटकार कर सही निर्णयलेने के लिये प्रेरित करती रहती है। वासु कहता हैकि मै सभी उन बडो के चरणो में अपना शतशत नमन करता हु।जो समय समय पर मुझे आशीर्वाद के साथ साथ सही दिशा निर्देशन करने में कोई कसर नही छोडते।