पांवटा साहिब — निहालगढ में हुए गोलाकाण्ड के सभी आरोपियो को पुरूवाला पुलिस के जांबाज जवानो द्धारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इस काण्ड के बाद एसपी सिरमौर के मौखिक तौर पर खास निर्देश थे कि यथाशीघ्र कार्यवाही करे। और पुरूवाला पुलिस ने चन्द दिनो में ही सभी आरोपियो कोसलाखो के पीछे पहुचा दिया। इस टीम में थाना प्रभारी राजेश पाल संजय नागर, दयाल आदि आदि सहित लगभग छै पुलिस के जवानो ने बेहतरीन प्रदर्शन कर जगह जगह दिन रात मेहनत मशक्कत कर सभी को दबोचने में सफलता हासिल कर ली है।
बतादे कि 48 घन्टो में पुलिस के जवानो ने तीन आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया था और बाकी के दो तीन दिन में सभी केसभी छै बदमाश पुलिस के शिकंजे में आ गए। काण्ड को सुलझाने में एसपी सिरमौर ने टीम का गठन किया था और जवानो ने दिन रात जगह जगह छापेमारी की कार्यवाही को अंजाम दिया और दबोच लिया।
पता तो यह भी चला है कि 20 अप्रेल तक सभी आरोपियो को अदालत के द्धारा पुलिस रिमाण्ड पर भेज दिया गया है और अब रिमाण्ड के दौरान पुलिस मामले का पूरी तरह से पटाक्षेप करने से गुरेज भी नही करेगी।
सवाल तो जस का तस है ही।
इधर चुनावी आचार संहिता और सीमान्त क्षेत्र होने के कारण जगह जगह पुलिस का पहरा और हथियारो की सप्लाई देवभूमि में अधिकारियो की, गुप्तचरशाखा, सुरक्षा शाखा और पुलिस के पहरे पर सवाल तो खडे कर रही रही है। और खास बात तो यह भी है कि सवाल पूछने पर कुछेक नए नवेले अपनी नाकामियो को छुपाने के लिये अपने अंहकार को आडे लाते हुए और पद का दुरूपयोग करते हुए जवाब तलबी से बचने की पुरजोर कोशिशो में है।पर सवाल तो सवाल हैकि आखिर कार कौन बेच रहा हिमाचल मे हथियार, किसके साथ किसके जुडे हुए है तार, और ये कौन लोग है जो हिमाचल की शान्त वादियो में इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियो को अंजाम दे रहे है। किसके इशारे पर हो रहा है यह हथियार बेचने का धन्धा,
यहां एक विद्धान की वह पक्तियां याद आ रही है कि :—
कृपा रूतवा इनायत मेहरबानी बेअसर निकली।
मुझे बदनाम करने की निशानी बेअसर निकली।
मेरे हर शब्द का जादू जमाने की जुबा पर है।
उनकी साजिशो की हर कहानी बेअसर निकली।