पांवटा साहिब :— तीन राज्यो की सीमा से सटे पांवटा साहिब में बदमाशो के हौसले बुलन्दी पर है। बदमाश सरेआम गोलीकाण्ड जैसी वारदातो को अंजाम देने में किसी भी प्रकार की हिचकिचाहट महसूस नही कर रहे है। जो कि पुलिस की अकरमण्यता को साबित करता है।
जैसा कि सर्व विदित है कि हिमाचल प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है और ऐसी स्थिति में जिलाधीश सिरमौर के सख्त आदेश भी है कि सभी बन्दूक के लाइसेन्स धारी अपने अपने हथियार सम्बन्धित थानो में जमा करवा दे। और बुद्धिजीवी वर्ग ने जिन्होने स्वरक्षा हेतु गन लाइसेन्स लिए सम्बन्धित थानो में जमा भी करवा दिए। किन्तु अब पुलिस अधिकारियो के समक्ष बडा सवाल यह खडा होता है कि जिन हथियारो से निहालगढ के एक घर में धूंआधार फाइरिंग की वे हथियार आए कहां से थे। कौन लाया कौन बेच रहा कहां से सप्लाई है आदि आदि सवाल पुलिस के अधिकारियो के सामने खडे हो गये है।
निहालगढ काण्ड के बाद हालांकि गांव मे तो क्या शहरभर में दहशत का माहैाल पैदा हो गया है।वही दूसरी ओर सत्य यह भी है कि पुरूवाला पुलिस ने मात्र अड़तास घन्टो में ही तीन बदमाशो को गिरफ्तार करने में सफलता भी हासिल कर ली है जिसका श्रेय पुरूवाला पुलिस के उन जवानो को जाता है जिन्होने दिन रात मेहनत मशक्कत कर आईटी सैल की मदद लेते हुए आरोपियो को दबोचा और जगह जगह दविश भी दी थी।
किन्तु सवाल रह गये है जिनका पुलिस की ओर से जवाब आना बाकी है कि हथियार आए कहां से कौन बेच रहा किससे खरीदे और कौन सप्लाई दे रहा। अवैध हथियार बेचने और रखने वालो पर भी कानूनी कार्यवाही बनती है। हैरत तो इस बात की भी है कि सीमा क्षेत्र होने के कारण हर बैरियर पर पुलिस बल तैनात है किन्तु हथियार कैसे पहूंचे यह भी जांच का विषय है। खैर अभी पुलिस की जांच पूरी नही हुई है। जांचोपरान्त खुलासा होने की पूर्ण सम्भावनाऐ प्रबल है कि आखिर हथियार आए कहां से।