पांवटा साहिब — शहर मेे हो रहे अतिक्रमण के मामले में कार्यवाही के नाम पर प्रशासन ने आखे फेर ली है या यूं कहो कि मूंद ली है। और व्यवसाई मजे मार रहे है।
सनद रहे कि स्थानीय प्रशासन द्धारा बडे स्तर पर कार्यवाही की गयी थी जिसमें अधिकांशतया गरीब लोगो पर ही सरकारी पंजा चला था वही दूसरी साइड में 15 से 20 फुट सरकारी जमीन पर कव्जा किए हुए लोगो ने प्रशासन पर ऐसा दवाब बनाया कि प्रशासनिक लोग अपने धर्म, ड्यूटी, नियम व उप नियम सभी को ठेगा दिखा गए है। तकरीबन 45 दिनो से अधिक का समय हो गया है। हालांकि सम्बन्धित विभाग द्धारा दो बार नोटिस भेजे जा चुके है। किन्तु अवैध कव्जाधारी उन नोटिसो को डस्ट बिन में डाल रहे है। और प्रशासनिक लोग कार्यवाही से मुंह फेर रहे है।
इस मामले में कार्यकारी अधिकारी गुन्जीत सिंह चीमा ने बतौर एसडीएम शहरभर में अनाउन्समेन्ट भी करवाई थी और पर्चे भी बंटवाए थे कि जिन जिन दुकानदारो ने अतिक्रमण किया हुआ है और जो रेहडी फडी वाले अवैध रूप से यहां बिना अनुमति के व्यवसाय कर रहे है नियमो का पालन करे । इसके बावजूद भी वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती दिखाई दे रही है।
जनता परेशान :— शहर में हो रहे धडाधड अतिक्रमण और बढते वाहनो के चलते आमजन परेशान है। रसूखदारो ने अपनी अपनी दुकानो के आगे सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण कर कव्जा किया हुआ है और वाहनो की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है हर कही जाम की स्थिति बन रही है किन्तु प्रशासनिक अधिकारियो के कानो में जूं तक नही रैग रही है।
मस्जिद के सामने एक लोहे के व्यापारी ने सडक तक कव्जा किया हुआ है। दिन मे ही बडै बडे ट्रक सामान उतारते है और बीस तीस रूपयेकी नगर पालिका की पर्ची कटवाकर लाखो का व्यवसाय किया जा रहा है। वही इसी लाइन में वाई प्वांइंट के समीप बाहरी राज्य के लोगो ने अपने अपने व्यवसाय किए हुए है बडे बडे सडको पर लगाए हुए है इधर सरकारी जमीन पर अवैधनिर्माण भी कर लिया है किन्तु प्रशासन ने मुंह फेर रखा है।
और यदि प्रशासन सही तरीके से कार्यवाही अमल मे लाता है तो शुक्रवार को जुमे की नमाज के समय सेकडो की संख्या में दोपहिया और चार पहिया वाहन इन सरकारी भूमि पर खडे हो सकते है और जाम की समस्या का निदान भी हो सकता है। हालांकि विगत कार्यवाही सेजाम की समस्या से थोडी बहुत राहत आमजन को मिली है किन्तु फिर भी पुर्ननिर्माण शुरू हो चुका है और प्रशासन के लोग वहां से निकलते समय मुंह फेर लेता है।