पांवटा साहिब — शहर के बहुचर्चित सिरमौर ट्रक आपरेटर्स युनियन के चुनाव में अबकी मर्तबा चेला धोबी पछाड़ मार सकता है। अब बताते चले कि चेला कौन और गुरू कौन। किसी जमाने में जसमेर सिंह भूरा, बलजीत सिंह नागरा के चेले के रूप में जाने जाते थे। बीते कुछेक अर्से से चेला ने धीरे धीरे अपने व्यवहार मे परिवर्ततन करते हुए गुरू की जडो मे ही तेल दे डाला और आपरेटर्स मे अपनी बेहतरीन पकड बना डाली। इतना ही नही स्वर्ग सिधारे दबंग पूर्व प्रधान चरनजीत सिंह चन्नी भी अपना आशीर्वाद चेले को ही यानि कि जसमेर सिंह भूरा को ही दे गए अब दोनो के मतो को मिलाकर जसमेर सिंह भूरा का पलडा काफी भारी हो गया। यह भी बताते चले कि बीते चुनाव में जसमेर सिंह उर्फ भूरा ने अपने ही गुरू के खिलाफ मोर्चा खेालते हुए प्रधान पद हेतु दावेदारी जता दी थी और समीकरण कुछ इस प्रकार बिठाए कि वे चन्नी को तीसरे नम्बर पर धकेलते हुए खुद दूसरे नम्बर पर पहुूच गये थे हालांकि अपने कुशल व्यवहार के चलते बलजीत सिंह नागरा विजयी घोषित हो गए थे किन्तु जीत का अन्तराल बहुत ही कम था। किन्तु अबकी मर्तबा जसमेर सिंह उर्फ भूरा का पलडा बहुत ही भारी नजर आ रहा है जैसा कि शहर के राजनैतिक गलियारो में चर्चा और गौसिप देखने को नजर आ रही है। जगह जगह हर ठिकाने पर जसमेर सिंह उर्फ भूरा को ही आपरेर्टस ताज पहनाने के मूड में दिख रहे है।
यह भी सनद रहे कि बलजीत सिंह नागरा इस चुनाव मे एन्टी इनकम्बेन्सी के शिकार हो रहे है। जहां आपरेटर्स को बैक की किश्ते देने के लाले पड गये है। वही नागरा की पालिसी ” अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता” वाली पालिसी को आपरेटर्स समझ गये है। और अबकी मर्तबा पटखनी देने के मूड में आ गए है।
प्रधान पद जसमेर सिंह भूरा, उप प्रधान दविंदर सिंह पप्पी, सचिव विजय शर्मा डिम्पल, कैशियर राकेश चौधरी, दविंदर सिंह उर्फ काला
प्रधान पद बलजीत सिंह नागरा, उप प्रधान महिमा सिंह, सेक्ट्री कुलदीप खंडूजा, कैशियर हरबंस चौधरी, अड्डा इंचार्ज भूपिंदर सिंह
अब इन दोनो के पैनल में कौन किस स्थिति में रहता है यह तो गर्भ में छिपा है किन्तु दोनो की जोर आजमाइश में भूरा भारी नजर आ रहे है।
यह भी सनद रहे कि बलजीत सिह नागरा कई मर्तबा यूनियन की कमान सम्हाल चुके है और अबकी मर्तबा एन्टी इनकम्बैन्सी का शिकार हो रहे है। आपरेटर्स को बैक की किश्ते देना भारी पड रहा है। कई तो आर्थिक रूप से परेशान है। और पटखनी देने के मूड मे है।