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पांवटा साहिब :— शिमला के संजौली मस्जिद विवाद को लेकर पुलिस की बर्बरता के खिलाफ प्रदेशव्यापी बन्द के आव्हान का सफलतम बन्द इस दशक में पहली मर्तबा देखने को मिला। इसके बाद हिन्दूवादी संगठनो ने जिसमें बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच, विश्वहिन्दू परिषद के साथ साथ समर्थन में स्थानीय व्यापार मण्डल ने भी सरकार और पुलिस के खिलाफ भरपूर सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर हिन्दूवादी संगठनो ने जोरदार नारेवाजी भी की और मुख्यबाजार में जोरदार प्रदर्शन भी किया। नारे भी उत्तेजना में लगाए गये जिससे हिन्दूवादी संगठनो का सातवे आसमान पर चढा पारा स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।
इस मौके पर एसडीएम पांवटा गुन्जीत सिंह चीमा के माध्यम से ज्ञापन भी दिया गया। जिसमें उचित कार्यवाही की मांग की गयी।
इसके अलावा मौके पर तहसीलदार पांवटा ऋिषभ शर्मा की उपस्थिति में स्थानीय लोगो ने शहर में पनप रही समस्याओ से भी अवगत करवाया। जिसमें पुलिस पर स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया गया कि स्थानीय लोगो के पुलिस चालान काटती है और बाहर से आए चोरी की मोटर साइकिलो पर जुगाड बना कर बेच रहे लोगो को रोका तक नही जाता पुलिस की यह दोगली नीति समझ से परे है।
एक दिन पूर्व विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष सुशील तौमर ने प्रेस व्यान के माध्यम से पुलिस को अवगत करवाया था जिस पर स्थानीय थाना प्रभारियो ने कार्यवाही करते हुए तकरीबन साठ के करीब चालान भी काटे और बिना नम्बर प्लेट वाले वाहनो को जप्त भी किया। किन्तु लोगो में बाहरी राज्यो से घुसपैठ कर रहे बाग्लादेशियो का विरोध किया जो कि पांवटा साहिब में शरण स्थली बना रहे है और वारदातो को अंजाम दे रहे है। लोगो में इस बात को लेकर भारी रोष था।
सूत्र तो यहां तक बता रहे है कि बातापुल के समीप झुग्गियो में भी बाहरी राज्यो से कई बाग्लादेशी यहां आकर बस चुके है। अन्त में पुलिस व प्रशासन की ओर से सही कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया और भविष्य में सचेत रहने का भी आश्वासन दिया।
दो घन्टे का सांकेतिक बन्द रहा। स्थानीय व्यापारियो ने बन्द कर समर्थन करते हुए अपने अपने प्रतिष्ठान बन्द रखे और व्यापार मण्डल ने भी भरपूर सहयोग किया।