पांवटा साहिब :— देवभूमि पांवटा के इतिहास में पहली मर्तबा ऐसी सूचना है। कि शहर का नाम देश के साथ साथ विदेशो में भी खूब हो रहा है। शहर के जाने माने अधिवक्ता राजेश खण्डूजा की धर्म पत्नी रितु खण्डूजा के अथक प्रयासो ने शहर का नाम स्वर्णाक्षरो में लिखने में कोई कोर कसर नही छोडी है। रितु खण्डूजा के अनायास मन मेे आया कि शहर में कुछ ऐसा किया जाए जिससे बेहरोजगार घरेलू महिलाओ को घर बैठे काम मिल सके और वे अपनी आर्थिकी सुधार सके। जिसके चलते रितु खण्डूजा ने एक छोटा सा रेडीमेड गारमेन्ट्स का व्यवसाय शुरू किया किन्तु इसी बीच उनके दिमाग में यह भी आया कि महिलाओ से सम्बन्धित जो भी सूट तैयार होगे वे महिलाऐ ही घर बैठे बनाऐगी और वे इसका व्यापार कर महिलाओ की आर्थिकी सुधारेगी।
धीरे धीरे रितु खण्डूजा की सकारात्मक सोच के चलते उनके इस व्यवसाय ने इतने पांव पसार लिए कि समूचे भारत वर्ष में कम्पनी की सर्विसेज, गुणवत्ता और मधुर व्यवहार के चलते धूम मचा रखी है। इतना ही नही समय के तेज बहाव के चलते उन्होने अपेला नामक ब्राण्ड का भी श्री गणेश कर दिया जिसने कश्मीर से कन्याकुमारी तक समूचे भारत वर्ष में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है।
उनके इस बेरोजगार महिलाओ को सुअवसर प्रदान करने के कार्य में उनकी बेटियो ने भी बढ चढ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए अपेला ब्राण्ड को एक नई उचाईयां भी प्रदान करने मेे कोई कोर कसर नही छोडी है। कुमारी रिदिमा हालांकि कम्पनी के प्रबन्धको की श्रेणी मेे आती है किन्तु वे अपने आपको एक सेविका ही समझती है और अभी तक लगभग एक सौ से डेढ़ सौ महिलाओ को रोजगार प्रदान कर अपने आपको समाज के प्रति एक जिम्मेवार महिला नागरिक भी समझती है जिनके अथक प्रयासो से राष्ट्रीय स्तर पर अपेला की एक अपनी अलग ही पहचान है।
साथ ही यह भी सूचनाऐ है कि सभी कार्यरत महिलाओ को, समूचे स्टाफ को अपना परिवार ही समझते है और उनके हर सुख दुख मे अपनी भागीदारी निभाने में भी कोई कोर कसर नही छोडते। इतना ही नही कम्पनी के सभी प्रबन्धक समाज के प्रति जिम्मेवारी निभाने में अपना कदम पीछे नही हटाते।