पांवटा साहिब — निहायत ही शरीफ, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल कहे जाने वाले माइनिंग अफसर को अनावश्यक रूप से अवैध खनन से जुडे मामले में घसीटने का प्रयास करने वाले एक शरारती फर्जी फेसबुकिए ने माइनिंग अफसर कुलभूषण शर्मा एक रील फेस बुक पर बनाकर डमी आवाज से वायस ओवर देते हुए झूठे और मनगढन्त आरोप लगा दिए। हालांकि सत्यता ”ना” के बराबर थी। किन्तु इस शरारती तत्व ने कुछ ऐसे भी वीडियो एडिट किए जिसमें ट्रेक्टर आते जाते दिख रहे है। और वह उस घटनाक्रम को अवैध खनन का नाम दे रहा है। साथ ही वायस ओवर में यह भी बोलता सुनाई पड़ रहा है कि एमओ एक लाख रूपया महीना हर स्टोन क्रशर से ले रहे है। जो कि सरासर गलत, झूठ और बेबुनियाद बाते बना रहा है। यह भी सत्य है कि इस प्रकार की वीडियो बनाने वाले को यह भी ज्ञान है कि लीज भूमि से खनन करना होता है और वह बता रहा है कि यमुना से खनन हो रहा है। जिसकी ऐवज में एमओ पैसे लेते है।
इस बात का पता तो तब चला जब अनायास पीएनएन फेसबुक पर स्क्रालिग कर रहे थे और रील सामने आ गयी तुरत ही स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया एमओ कुलभूषण से बातचीत की गयी तो उन्होने बताया कि इस बारे में पुलिस को शिकायत दर्ज करवा दी गयी है।
इस बात की भनक विभाग व स्टोनक्रशन यूनियन के पदाधिकारियो को पहली जनवरी को ही पता लग गयी थी। साथ ही एक आपातकालीन मेैराथन बैठक का आयोजन किया गया और प्राथमिकी दर्ज करवाने का प्रस्ताव भी सर्व सम्मति से हुआ।
इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। मामला साइबर सैल के पास तक पहूुंच गया है। और अब देखना है कि साइबर सेल के एक्सपर्ट इस मामले को कितनी घन्टो में ट्रेस कर पाने में कामयाब होते है। युवक के पकडे जाने के बाद ही आगामी मामले का खुलासा होगा कि वीडियो क्यो बनाई किसने बनवाई, किसके कहने पर बनाई, किस मोबाइल से बनी। कौन सा साफ्टवेयर स्तेमाल किया गया आदि आदि
और यदि बात की जाय एमओ कुलभूषण की तो जब से सिरमौर में बतौर माइनिंग आफीसर तैनात हुए है कि बेदाग छवि के स्वामी माने जाते रहे है और विभाग तो क्या राजधानी तक उनकी ईमानदारी के चर्चे है। किन्तु इस प्रकार की पोस्ट पर रहते हुए शहर में पनप रहे अनावश्यक तत्व असामाजिक तत्व इस प्रकार की वारदातो को अंजाम देने में भी कोई कोर कसर नही छोडते।