पांवटा साहिब — एसडीएम पांवटा गुन्जीत सिंह चीमा ने अपनी दूर दृष्टिता का परिचय देते हुए बीते रोज हुए घटनाक्रम को बडे ही सलीके एवं शान्तिपूर्ण तरीके से निपटा दिया जो कि काविले—तारीफ है। गुन्जीत सिंह चीमा ने अपनी बुद्धिमता का परिचय दिया। और सूचना मिलते ही एक फ्लांइग स्क्वाड भी तैयार कर दिया जिसमे तहसीलदार रिषभ शर्मा व अन्य स्टाफ के लोगो को एक वाहन में त्वरत एक्शन के लिये तैयार कर दिया। इससे पूर्व एसडीएम पांवटा जैसे ही गीता भवन के बाहर विभिन्न हिन्दूवादी संगठनो की आहूत हो रही बैठक की भनक लगी सब एक्शन मोड पर आ गए। हालांकि हिन्दूवादी संगठनो को अपनी बात रखने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रदर्शन करने का पूरा हक हकूक था किन्तु प्रशासन पत्ते पत्ते पर पैनी नजर बनाए हुए था। इतने में प्रशासन के लोगो द्धारा शहर के विख्यात ज्वैलर्स जो कि दुकान का मालिक था बातचीत की और दुकान को चौबीस घन्टे के अन्दर अन्दर खाली करवाने का आश्वासन ले लिया और प्रदर्शनकारियो को भी 24 घन्टे के अन्दर दुकान खाली करवाने का आश्वासन दिया और भरोसा दिलाया कि इस प्रकार के साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने वाले शख्सो को नातो बख्शा जाऐगा और शरण देने वालो पर भी कडी कानूनी कार्यवाही अमल मेे लाई जाऐगी।
यह भी बताते चले कि एसडीएम पांवटा गुन्जीत सिंह चीमा मदृभाषी होने के साथ जनहित के मामलो को तहे दिल से पूरी निष्ठा के साथ अभी तक कार्य करते चले आए है। उनके जहन में कर्तव्यनिष्ठा, कर्तव्य परायणता और समाज के प्रति जिम्मेवारी की झलक देखने को मिलती है।
यह भी सनद रहे कि गुन्जीत सिंह चीमा व रिषभ शर्मा ने बीते वर्षो में आपदा के समय चोैबीस चौबीस घन्टे लगतार फील्ड में ही डटे रहे थे जिससे प्रभावित होकर मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने उनको शिमला में सम्मानित भी किया था। वही दूसरी ओर तहसीलदार रिषभ शर्मा की तो प्रदेश हाईकोर्ट ने उनकी कार्यशैली देखकर पीठ भी थपथपाई थी। और यह बीते तीस चालीस वर्षो के इतिहास मे पहली मर्तबा ऐसा हुआ कि प्रदेश हाईकोर्ट ने तहसीलदार की सर्विस बुक में स्पेशल रिमार्कस लिखने को जिलाधीश को आदेश भी किए। यह एक पांवटा वासियो के लिये गर्व की बात है किसमीप के गांव के युवा अधिकारी ने पांवटा का नाम भी रोष किया, लोगो के दिलो में, आम जनमानस के दिलो मे स्थान बनाया और लोगो चहेते अधिकारी भी बने।
ध्यान देने योग्य यह भी है। :— देखने मेे आया है कि पांवटा साहिब जैसी शान्त नगरी में बाहरी राज्यो से रेहडी वाले फडी वाले, हैयर कटिंग सैलून, ईरिक्शा आदि आदि बिना किसी वैरीफिकेशन के घूम रहे है।और शहर मे लगातार चोरियो की वारदातो में इजाफा हो रहा है। पडोस के कई गावो से मोटरे चोरी हुई है। शहर मे कबाडियो का बोलबाला हो रहा है। दोपहिया वाहन को ट्रान्सपोर्ट व्हीकल बनाकर सामान ढोया जा रहा है। बिना नपा लाइसेन्स के रेहडी वाले घूम रहे है। बाहरी राज्यो के लोग बिना वैरीफिकेशन केलोनिवि की जमीन पर कव्जा किए बैठे है अतिक्रमण कर रखा है। इतना ही धन्ना सेठो ने भी प्रशासन की नाक तले अतिक्रमण किया हुआ है जिससे यातायात भारी रूप से प्रभावित हो रहा है। प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। ना कि धन्ना सेठो के आगे घुटने टेके।