This news is sponsored by motocop, madame showroom, sardarji mutton wale, Dheer Jewellers, Chicken king, Mahavidhya library.
पांवटा साहिब — जोगिन्द्रा बैक के निदेशक की जमकर फजीहत हो रही है। पूर्व नपा चेयरमैन संजय सिंघल का स्वयं का बनाया हुआ सोशल मीडिया पर ऐसा वायरल हुआ कि कई मीडिया हाउस संजयसिंघल का व्यान कैमरे के सामने लेने पहूंच गये। किन्तु खासबात यह है कि संजय सिंघल ना तो डरे और ना ही सहमे। पूर्ण आत्मविश्वास के साथ कैमरे पर बोलते हुए नजर आ रहे है।
संजय सिंघल ने अपने व्यान में कथित कांग्रेसी नेता। सीएम के कथित दोस्त और समाजवादी पार्टी से चुनाव लड चुके असगर अली पर जमकर आरोप जडे। आरोप ही नही जडे अपितु वो हकीकत बयां कर डाली जो कि वास्तविकता थी और सत्य थी सत्य है।
सिंघल कहा कि इसका पिता इस्माइल अली चौहान निर्दलीय चुनाव लडे थै और मात्र चौबीस मत मिले थे। इसके बाद असगर अली स्वयं समाजवादी पार्टी से चुनाव लडे और उसे एक सौ चाबीस मत मिले।
सिंघल का आरोप है कि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है। असगर अली अपने आपको सीएम का खास दोस्त बताता फिरता है और अधिकारियो को धमकाता फिरता है। जब से कांग्रेस की सरकार बनी है इसने ढाबा भी बन्द कर दिया और बीते लम्बे समय से नगर पालिका की जमीन पर कव्जा कर दुकाने बना डाली इसका तो मकान भी बिना नक्शे के सरकारी जमीन पर बना हुआ है। इसने अपने बैटे के नाम से आईपीएच में अधिकारियो को धमकाकर कई टेण्डर लिए इसके अलावा यूनियन बैक का डिफाल्टर भी है। यह चुनाव भी नही लड सकता तो फिर कैसे इसे मनोनीत पार्षद बना दिया गया। दो बार मकान की कुर्की के आर्डर भी आ चुके है। इसकी बिजीलेन्स जांच होनी चाहिये बिना किसी रोजगार के कैसे दो दो गाडियां खरीद कर डाली कहां से पैसा आ रहा। जांच आवश्यक है उन्होने सरकार से मांग की है कि इसके भृष्टाचार की भी जांच होनी चाहिए।
मामला कहां से और क्यूं उठा :— बीते रोज हिन्दुवादी संगठनो का पुलिस बर्बरता के खिलाफ रोष प्रदर्शन था जिसमें स्थानीय रेहडी फडी आदि आदि सभी ने रोष प्रदर्शन शान्तिपूर्ण ढंग से निकाला। इसी बात का प्रतिशोध अपने दिलो दिमाग में लिए और सत्ता की हनक मेे गरीब रेहडी फडी वालो को असगर अली ने धमकाना शुरू कर दिया। गरीब लोग संजय सिंघल, सुशील तौमर और शहर के अन्य लोगो पर गुहार लगाने पहूंचे कि असगर अली धमका रहा है। बस इतनी सी बात पर संजय सिंघल ने असगर अली की पोल खोल दी। और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो ऐसा वायरल हुआ कि सचिवालय तक पहूंच गया।
अब सबसे बडा सवाल है कि क्या कार्यकारी अधिकारी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए नगर पालिका की जमीन से अवैध कव्जे हटवाते भी है या नही। देखा गया है कि जोगिन्द्रा बैक का डाइरेक्टर असगर अली नामक व्यक्ति अधिकांशतया सरकारी कार्यालयो में ही पाया जाता है। जो कि पहले सडक के किनारे नगर पालिका की जमीन पर अवैध तरीके से कव्जा कर ढाबा चलाता था और आज दो बडी गाडियो में घूम रहा है जो कि जांच का विषय है।